Jagran | 6 days ago | 22-06-2022 | 05:23 am
मुंबई, एएनआई। महाराष्ट्र में बढ़ते राजनीतिक तापमान के बीच शिवसेना ने पार्टी के विधायकों को एक पत्र जारी कर उन्हें शाम को होने वाली बैठक में उपस्थित होने की चेतावनी दी है या फिर खुद को उन्हें पार्टी से बाहर माना जाएगा। सियासी संकट के बीच बैठक बुधवार शाम 5 बजे निर्धारित है। शिवसेना के बागी नेता और महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे के 40 विधायकों के समर्थन का दावा करने के बाद पार्टी विधायकों को अल्टीमेटम जारी किया गया है और गठबंधन के तीन सहयोगियों कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना द्वारा बैक-टू-बैक बैठकें की जा रही हैं। शिवसेना के मुख्य सचेतक सुनील प्रभु ने पार्टी के सभी विधायकों को एक पत्र जारी कर बुधवार शाम को होने वाली एक महत्वपूर्ण बैठक में उपस्थित रहने को कहा है।Maharashtra Political Crisis: शिवसेना के बागी मंत्री एकनाथ शिंदे के पास हैं सिर्फ 3 विकल्प, जानें क्या कहते हैं संविधान विशेषज्ञ यह भी पढ़ें इस बीच एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के व्हिप पर ही सवाल उठाते हुए पार्टी पर दावा ठोक दिया है। उन्होंने ट्वीट कर एक तरह से पार्टी पर ही दावा किया है और व्हिप की वैधता पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने मराठी में ट्वीट करते हुए कहा कि शिवसेना विधायक भरत गोगावले को शिवसेना विधानमंडल का मुख्य प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है। इसकी वजह यह है कि सुनील प्रभु द्वारा विधायकों की आज की बैठक के संबंध में जारी आदेश कानूनी रूप से अमान्य है।' बता दें कि भरत गोगावाले गुवाहाटी में ही हैं और एकनाथ शिंदे के करीबी नेता हैं।Maharashtra Political Crisis: सरकार पर मंडरा रहे खतरे के बीच जनता से बोले उद्धव ठाकरे, मैं मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख का पद छोड़ने को तैयार - 10 बड़ी बातें यह भी पढ़ें शिवसेना की जोर से जारी पत्र में कहा गया है कि यदि कोई अनुपस्थित रहता है तो यह माना जाएगा कि उक्त विधायक ने स्वेच्छा से पार्टी छोड़ने का फैसला किया है। पत्र में यह भी चेतावनी दी गई है कि यदि कोई विधायक बिना उचित कारण और पूर्व सूचना के बैठक से अनुपस्थित रहता है तो वह ध्यान रखें कि संवैधानिक प्रावधानों के तहत उनकी सदस्यता रद्द करने की कार्रवाई शुरू की जाएगी।यह तब हुआ, जब शिवसेना के बागी नेता और महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में 40 विधायक बुधवार सुबह भाजपा शासित असम के गुवाहाटी के एक लक्जरी होटल में पहुंचे हैं। शिवसेना में विद्रोह ने इन अटकलों को जन्म दिया है कि एकनाथ शिंदे अन्य विधायकों के साथ महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार को गिराने के लिए भाजपा में शामिल हो सकते हैं।Maharashtra Political Crisis: एकनाथ शिंदे पर उद्धव ठाकरे का बड़ा हमला, कहा- गद्दारी न करें शिवसैनिक, इस्तीफा चाहिए तो सामने आकर बोलें यह भी पढ़ें विधायक अब गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल में ठहरे हुए हैं। शिंदे ने गुवाहाटी पहुंचने के बाद कहा कि यहां कुल 40 विधायक मौजूद हैं। हम बालासाहेब ठाकरे के हिंदुत्व को आगे बढ़ाएंगे। सूत्रों ने कहा कि 33 शिवसेना और सात निर्दलीय विधायकों सहित महाराष्ट्र के 40 विधायकों ने एक पत्र पर हस्ताक्षर करके शिवसेना के बागी नेता और राज्य के कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे को अपना समर्थन दिया। इन विधायकों की अगवानी भाजपा विधायक सुशांत बोरगोहेन और भाजपा सांसद पल्लब लोचन दास ने गुवाहाटी एयरपोर्ट पर की।उन्होंने कहा कि अभी हमारे पास 46 विधायक हैं, जिनमें 6-7 निर्दलीय विधायक हैं। बाकी शिवसेना के विधायक हैं। आने वाले समय में यह संख्या बढ़ेगी। अभी तक हमें न तो भाजपा से कोई प्रस्ताव मिला है और न ही हमें उनके साथ कोई भी बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जहां तक मौजूदा राजनीतिक स्थिति का सवाल है, मैं कहूंगा कि हम बालासाहेब ठाकरे के शिव सैनिक हैं और शिव सैनिक बने रहेंगे। अभी तक हम शिवसेना या मुख्यमंत्री के साथ कोई बातचीत नहीं कर रहे हैं। भविष्य की कार्रवाई पर फैसला किया।'मुझे अगवा किया गया था, जबरन इंजेक्शन लगाया गया' सूरत से भागकर नागपुर पहुंचे शिवसेना MLA का सनसनीखेज बयान यह भी पढ़ें जैसा कि महाविकास अघाड़ी सरकार का भविष्य धूमिल होता दिख रहा है, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को कैबिनेट की बैठक की अध्यक्षता की। बुधवार को कोविड पाजिटवि उद्धव ठाकरे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल हुए। राज्य के कैबिनेट मंत्री असलम शेख ने कहा कि बैठक में केवल कैबिनेट के एजेंडे पर चर्चा हुई, न कि वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य पर।असलम शेख ने कहा कि केवल कैबिनेट एजेंडे पर चर्चा की गई। कैबिनेट की बैठक में वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर कोई चर्चा नहीं हुई। सुभाष देसाई और शंकर राव गडख शारीरिक रूप से उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ठाकरे, आदित्य ठाकरे, अनिल परब और कई अन्य वर्चुअल मोड में बैठक में शामिल हुए। इससे पहले बुधवार को मुंबई में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। बैठक कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता और महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री बालासाहेब थोराट के आवास पर हुई। बैठक में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के पर्यवेक्षक कमलनाथ भी मौजूद थे।Maharashtra political crisis: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत के 10 कारण यह भी पढ़ें बैठक के बाद कमलनाथ ने कहा कि यहां बैठक में 44 में से 41 विधायक शामिल हुए जबकि 3 रास्ते में हैं। बीजेपी ने जो राजनीति शुरू की है वह पैसे और बाहुबल की है। यह संविधान के खिलाफ है। मैंने इसे बहुत देखा है। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना में एकता रहेगी। मैंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात की है और उन्होंने कहा कि अभी तक महाराष्ट्र विधानसभा को भंग करने का कोई प्रस्ताव नहीं है।Maharashtra Political Crisis: 11 दिन पहले ही छा गए थे उद्धव सरकार पर संकट के बादल, जानें शिवसेना में बगावत की पूरी कहानी यह भी पढ़ें उन्होंने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कोविड पाजिटिव हैं। वहीं महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी भी कोविड पाजिटिव आए हैं। उन्हें इलाज के उद्देश्य से बुधवार को मुंबई के एचएन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने बुधवार को राज्य विधानसभा को भंग करने का संकेत दिया। राउत ने एक ट्विटर पोस्ट में कहा, महाराष्ट्र में मौजूदा राजनीतिक संकट विधानसभा भंग की ओर बढ़ रहा है।Maharashtra Political Crisis: संकट में उद्धव सरकार! एकनाथ शिंदे समेत शिवसेना के 18 MLA ने डाला गुजरात में डेरा; सीएम करेंगे बैठक यह भी पढ़ें महाराष्ट्र के मंत्री और राकांपा नेता छगन भुजबल ने हालांकि राज्य में मध्यावधि चुनाव से इनकार किया। भुजबल ने कहा, "मध्यावधि चुनाव? अभी तक कोई बातचीत नहीं हुई है। मैं क्या कह सकता हूं?" शिवसेना में विद्रोह पर औरंगाबाद में शिवसेना की महिला कार्यकर्ता फूट-फूट कर रो पड़ीं।